पटना/बिहार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पटना के राजेन्द्र नगर स्थित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी के निर्माण स्थल का निरीक्षण किया। लगभग 21 एकड़ में फैले इस भव्य परियोजना का उद्देश्य युवाओं में विज्ञान के प्रति रूचि बढ़ाना और आधुनिक वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देना है।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्माण कार्य की प्रगति की जानकारी ली और अधिकारियों को निर्देश दिया कि कार्य को गुणवत्ता और गति के साथ शीघ्र पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि यह साइंस सिटी न केवल बिहार बल्कि देश के लिए विज्ञान शिक्षा का एक आदर्श केंद्र बनेगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस परियोजना में आधुनिक तकनीकों का भरपूर उपयोग किया जा रहा है ताकि छात्र-छात्राओं को विज्ञान की जटिल अवधारणाओं को सरलता से समझने में मदद मिल सके। इसके निर्माण हेतु विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा ₹889 करोड़ की स्वीकृति दी गई है और निर्माण कार्य भवन निर्माण विभाग द्वारा किया जा रहा है।
🔹 डॉ. कलाम से जुड़ी प्रेरणादायक पृष्ठभूमि
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस परियोजना की परिकल्पना के समय महान वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम से सलाह ली गई थी, जब वे राष्ट्रपति नहीं बने थे। वर्ष 2008 में डॉ. कलाम मुख्यमंत्री के आमंत्रण पर बिहार आए और विधानमंडल के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। उनकी स्मृति में इस साइंस सिटी का नाम उनके नाम पर रखा गया।
🔹 मुख्यमंत्री की पहल और वैश्विक दृष्टिकोण
इस परियोजना का शिलान्यास 01 मार्च 2018 को नीतीश कुमार द्वारा किया गया था। निर्माण कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री स्वयं मार्च 2024 में लंदन की साइंस सिटी का निरीक्षण कर चुके हैं। इसके बाद अधिकारियों की एक टीम को भी अध्ययन के लिए विदेश भेजा गया।
🔹 सुविधाएं और आकर्षण
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500 सीटों वाला आधुनिक प्रेक्षागृह
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150 शैय्या वाला डॉरमेट्री (छात्रों के ठहराव हेतु)
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ओपन एयर थियेटर, कैफेटेरिया, और वाहन पार्किंग
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150 किलोवाट सोलर पैनल की स्थापना
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यह परियोजना युवाओं में विज्ञान के प्रति उत्साह पैदा करे और राज्य की वैज्ञानिक प्रगति में मील का पत्थर साबित हो।