धोरैया विधानसभा क्षेत्र में अपनी जनसंख्या आधारित हिस्सेदारी की मांग को लेकर बुधवार को रजौन प्रखंड मुख्यालय स्थित अंबेडकर प्रतिमा स्थल परिसर में रविदास समाज की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता प्रमोद कुमार सुमन ने की।
वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि धोरैया में रविदास समाज की जनसंख्या लगभग 52 हजार है, जो कि किसी भी अन्य समुदाय से अधिक है। इसके बावजूद राजनीतिक दलों द्वारा उपेक्षा की जा रही है। वक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि इस बार समाज को जनसंख्या के अनुपात में टिकट नहीं दिया गया, तो रविदास समाज संगठित होकर राजनीतिक दलों से किनारा कर लेगा और अपनी नई रणनीति बनाएगा।
हिमांशु शेखर भास्कर उर्फ हिमांशु रविदास ने मुख्यमंत्री के कथन “जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी” को याद दिलाते हुए कहा कि यदि नीति में यह सिद्धांत है, तो धोरैया में रविदास समाज को उसका राजनीतिक हक मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि समाज ने हमेशा सेवा की है, अब नेतृत्व का अवसर मिलना चाहिए।
मनोज दास, मंदारेश्वर कुमार मंटू और अन्य वक्ताओं ने कहा कि यह सिर्फ एक टिकट की नहीं, बल्कि पहचान और अस्तित्व की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि अब समाज सिर्फ वादों पर नहीं, ठोस भागीदारी पर विश्वास करेगा।
इस बैठक में बड़ी संख्या में महिला-पुरुष, युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों की उपस्थिति रही, जो समाज की एकजुटता का परिचायक थी।