चांदन/बांका:
बुधवार को जिलाधिकारी के आदेशानुसार गठित जांच टीम ने चांदन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान दवा वितरण कक्ष, ट्राईज रूम, प्रसव पूर्व एवं प्रसव कक्ष, भंडार कक्ष, साफ-सफाई व्यवस्था, डॉक्टरों और जीएनएम-एएनएम की उपस्थिति रजिस्टर सहित कई महत्वपूर्ण पहलुओं की गहन जांच की गई।
जांच टीम ने बताया कि निरीक्षण रिपोर्ट जल्द ही जिला सूचना विभाग को सौंप दी जाएगी।
निरीक्षण के दौरान एक गंभीर मामला सामने आया, जिसमें अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया गया है। डुब्बा गांव निवासी पप्पू कुमार ने जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जन, बांका को भेजे आवेदन में आरोप लगाया कि 4 अगस्त को अपनी मां को लेकर वह अस्पताल पहुंचे थे। मां सीढ़ी से गिरने के कारण गंभीर पीड़ा में थीं, लेकिन ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर प्रीति कुमारी और डॉक्टर शशिकांत ने बार-बार अनुरोध के बावजूद इलाज नहीं किया।
इस पर जांच टीम ने मौके पर ही पप्पू कुमार और डॉक्टर शशिकांत से बयान लिया। डॉक्टर शशिकांत का कहना था कि शिकायत दरअसल एंबुलेंस सुविधा नहीं मिलने को लेकर थी, क्योंकि पप्पू कुमार मरीज को निजी अस्पताल ले जाना चाह रहे थे। टीम ने पप्पू कुमार से एक बार फिर से आवेदन प्राप्त किया।
पूर्व में भी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. प्रीतम कुमार ने डॉक्टर प्रीति कुमारी पर ड्यूटी में लापरवाही का मामला उजागर किया था, जिस पर सिविल सर्जन द्वारा कार्रवाई की गई थी।
इस मामले में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. आशीष कुमार ने स्पष्ट किया कि विवाद का मूल कारण एंबुलेंस सेवा को लेकर था। वहीं पप्पू कुमार का कहना है कि उन्हें रेफर संबंधी कोई लिखित निर्देश नहीं दिया गया और अब शिकायत करने के बाद उनके ऊपर दबाव बनाया जा रहा है।
मामले की पूरी जानकारी जिला प्रशासन को भेजी गई है, और आगे की कार्रवाई वहीं से सुनिश्चित की जाएगी।