फुल्लीडुमर,बांका:
थाना क्षेत्र के तेलियाखार गांव के समीप मंगलवार को एक दर्दनाक सड़क हादसे में मजदूरों से भरा ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर गड्ढे में पलट गया। हादसे में एक महिला की मौत हो गई, जबकि दो दर्जन से अधिक मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए। ये सभी मजदूर वन विभाग द्वारा लगाए गए पेड़ों की निराई-गुड़ाई के लिए जा रहे थे।
घायलों को आनन-फानन में स्थानीय लोगों और परिजनों की मदद से इलाज के लिए सदर अस्पताल, बांका में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर सूरज कुमार की देखरेख में उनका इलाज जारी है।
हादसे में सबईजोर गांव निवासी 42 वर्षीय छोटकी देवी, पति शिवनंदन मरांडी की मौके पर ही मौत हो गई। मृतका अपने पीछे दो पुत्र—14 वर्षीय महालाल मरांडी और 8 वर्षीय बिट्टूलाल मरांडी—को छोड़ गई हैं। इस दुखद घटना से मृतका के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है और गांव में शोक की लहर है।
घायलों में रमणी देवी, जयंती देवी, फूलमती देवी, अंकिता देवी, दुलारी मरांडी, अलबीना बास्की, खुशबू देवी, चक्की देवी, शिवनंदन मरांडी, अनीता देवी, मालती हेम्ब्रम, सुनीता देवी, दुल्हिन मुर्मू, बबीता देवी, संजी बेसरा, संगीता देवी सहित दर्जनों लोग शामिल हैं, जो सभी सबईजोर गांव के निवासी हैं।
घटना की सूचना मिलते ही जिलेबिया मोड़ थाना पुलिस दल-बल के साथ सबईजोर गांव पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बांका भेज दिया। थाना अध्यक्ष बबलू कुमार ने बताया कि मृतका के परिजनों से आवेदन प्राप्त होने पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं ट्रैक्टर और उसके चालक के बारे में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है। घायलों और ग्रामीणों द्वारा जानकारी लेने पर संबंधित लोग कुछ भी कहने से बचते नजर आए।
वनपाल अभिजीत कुमार ने पुष्टि की कि इस हादसे में छोटकी देवी की मौत हुई है। घटना के बाद आसपास के गांवों में वन विभाग की भूमिका को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। सूत्रों के अनुसार, घटना को दबाने या उसका रुख मोड़ने के प्रयास भी किए जा रहे हैं, जिससे मामला और अधिक संवेदनशील हो गया है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस प्रशासन और वन विभाग इस गंभीर हादसे में क्या कार्रवाई करता है।