📰 समाचार पत्र: “जनवाणी समाचार”
स्थान: धोरैया, बांका,
धोरैया (बांका)। प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम लहौरिया इन दिनों आवारा कुत्तों के आतंक से भयभीत है। गांव में कुत्तों की बढ़ती संख्या और उनके लगातार हो रहे हमलों से ग्रामीणों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
बीते दिनों लहौरिया निवासी ओम प्रकाश सिंह की सात वर्षीय पुत्री स्कूल जाते समय कुत्ते के हमले का शिकार हो गई। कुत्ते ने बच्ची के गले पर कई बार हमला किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। परिजन आनन-फानन में उसे स्थानीय चिकित्सक के पास ले गए, जहां से उसे हालत नाजुक देखते हुए मायागंज, भागलपुर रेफर कर दिया गया।
इसके अलावा गांव के इंद्रजीत सिंह और रुदो राय की बकरियों पर भी हमला हुआ, जिसमें एक बकरी को कुत्ते ने नोच-नोच कर मार डाला। पशुपालक दामोदर यादव, कुलदीप यादव और संतोष पंडित की गाय, भैंस और अन्य मवेशी भी इन हमलों से घायल हो चुके हैं।
गांव में दिन-रात घूमती कुत्तों की टोलियां अब मुख्य सड़कों से लेकर मोहल्लों की गलियों तक दिखाई देती हैं। ये कुत्ते न केवल राहगीरों बल्कि दोपहिया वाहन चालकों के लिए भी खतरा बन चुके हैं। रात में गलियों में डेरा जमाए कुत्ते राहगीरों पर हमला करने से भी नहीं चूकते।
कुत्तों के लगातार भौंकने से छोटे बच्चे भयभीत हैं और अभिभावक बच्चों को अकेले बाहर भेजने से कतरा रहे हैं। ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन से मांग की है कि वे इस गंभीर समस्या का शीघ्र संज्ञान लें और रैबीज जैसी जानलेवा बीमारी से बचाव के लिए कुत्तों को पकड़वाने की व्यवस्था करें।