भागलपुर (राजनीतिक संवाददाता): महागठबंधन द्वारा चलाए जा रहे वोट अधिकार यात्रा को लेकर बिहार की सियासत गर्मा गई है। जहां एक ओर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव इस अभियान के जरिए चुनाव आयोग पर निशाना साध रहे हैं, वहीं राजद से निष्कासित तेज प्रताप यादव ने इस यात्रा को “बेकार” करार देते हुए तीखी आलोचना की है।
तेज प्रताप यादव ने यात्रा की सार्थकता पर सवाल उठाते हुए कहा कि नेताओं को शिक्षा और रोजगार जैसे मूल मुद्दों पर बात करनी चाहिए, न कि दिखावटी यात्राओं पर समय गंवाना चाहिए। उनके इस बयान ने बिहार के राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने तेज प्रताप यादव को जमकर आड़े हाथों लिया। उन्होंने तेज प्रताप की भाषा को भाजपा और जदयू की जुबान बताया। अजीत शर्मा ने कहा, “राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर सवाल उठाकर तेज प्रताप सूर्य को आइना दिखा रहे हैं। उन्हें बिहार और देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। यह साफ है कि वह NDA की भाषा बोल रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि “यह यात्रा मतदाताओं के अधिकारों की रक्षा के लिए निकाली गई है, क्योंकि बड़ी संख्या में नाम वोटर लिस्ट से काटे गए हैं। ऐसे में सवाल उठाने वालों को सोचना चाहिए कि वे किसके पक्ष में खड़े हैं।”
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, तेज प्रताप के इस बयान से राजद और महागठबंधन की रणनीति को झटका लग सकता है, खासकर उस वक्त जब विपक्ष एकजुटता दिखाने की कोशिश कर रहा है।