कटिहार (बिहार), 17 अगस्त:
बिहार के कटिहार जिले के सहायक थाना क्षेत्र स्थित बृहद आश्रय गृह से एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर चूक सामने आई है। शनिवार और रविवार की दरमियानी रात करीब 2:30 बजे आश्रय गृह से पांच नाबालिग बच्चे फरार हो गए, जिससे प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सभी बच्चे रात का खाना खाकर सोने चले गए थे। लेकिन रविवार सुबह जब कर्मचारियों ने उपस्थिति की जांच की, तो पांच बच्चे गैरहाजिर पाए गए। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बच्चों ने आश्रय गृह की ऊंची दीवार फांदकर भागने में सफलता पाई।
तीसरी बार हुआ फरारी का मामला, सुरक्षा पर सवाल
यह कोई पहला मामला नहीं है जब बृहद आश्रय गृह से बच्चे फरार हुए हैं। इससे पहले भी दो बार इसी तरह की घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें बाद में बच्चों को विभिन्न स्थानों से बरामद किया गया था। बार-बार हो रही इन घटनाओं ने आश्रय गृह की सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक निगरानी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
चारों ओर ऊंची दीवारों और मजबूत गेट की मौजूदगी के बावजूद बच्चों का आसानी से फरार हो जाना यह दर्शाता है कि सुरक्षा में बड़ी लापरवाही या अंदरूनी मिलीभगत हो सकती है।
पुलिस जांच में जुटी, प्रबंधक ने साधी चुप्पी
घटना की सूचना मिलते ही रविवार सुबह लगभग 11 बजे सहायक थाना पुलिस आश्रय गृह पहुंची और मामले की पड़ताल शुरू की। पुलिस ने प्रबंधन से पूछताछ की, हालांकि आश्रय गृह के प्रबंधक ने मीडिया को कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया।
पुनर्वास केंद्र या लापरवाही का अड्डा?
बृहद आश्रय गृह का उद्देश्य नाबालिगों का पुनर्वास और सुधार है, लेकिन बार-बार हो रही लापरवाही और फरारी की घटनाएं इसकी कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। प्रशासन की ढिलाई और निगरानी में कमी ने एक बार फिर इस संवेदनशील संस्थान की विश्वसनीयता को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और फरार बच्चों की तलाश में सर्च ऑपरेशन तेज़ कर दिया गया है।